Rohit Sharma ने क्या नशे में पहले बैटिंग का निर्णय लिया?




रोहित शर्मा का टॉस जीत के बेंगलुरु में न्यू ज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पहले बैटिंग करना सभी को अचंभित कर गया। आख़िर इस वातावरण में कौन पहले खेलने की गलती करती है। आसमान पर बादल छाये हुए थे। दो दिन से पिच कवर के नीचे थी। नमी थी। ऐसे में रोहित ने टॉस जीत के पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया। अपने बल्लेबाज़ों को एक तरह से मौत के कुएँ में धकेल दिया। और फिर वही हुआ जो होना था। एक के बाद एक विकेट ताबड़तोड़ गिरे। एक समय स्कोर 3 विकेट पर 12 रन था। रोहित शर्मा, विराट कोहली और सरफ़राज़ ख़ान सभी सरक लिए थे। गेंद इतनी ज़्यादा मूव कर रही थी कि बल्ला लगा पाना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में रोहित का टॉस जीत के पहले खेले समझ से परे था। ऐसा माना जा रहा है कि रोहित का अपने बल्लेबाज़ों को जान बूझ के मुश्किल में डाल रहे थे। देखना चाह रहे थे कि ऐसी कंडीशंस में उनके बल्लेबाज़ कैसे खेलते हैं। एक तरह से उनका एग्जाम ले रहे थे। या टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन अपने आप में संकेत दे रही थी कि ये पिच आगे जा के काफ़ी स्पिन लेगी। टीम इंडिया ने अपनी टीम में तीन स्पिनर रखे हैं: अश्विन, जडेजा और कुलदीप यादव। टीम में सिर्फ़ दो तेज़ गेंदबाज़ हैं: जसप्रित बुमराह और मोहम्मद सिराज। ऐसे में रोहित की वो टीम ही नहीं थी जो वो टॉस जीत के पहले बोलिंग करते। बुमराह और सिराज ज़्यादा से ज़्यादा अपने पहले स्पेल में 14 ओवर मिल के फेंकते। उसके बाद स्पिनरों को जल्दी लाना पड़ता। और फिर आख़िरी की पारी टीम इंडिया को एक स्पिन लेती पिच पर खेलनी पड़ती। जो भी हो, समय ही बतायेगा कि रोहित का निर्णय सोचा समझा था या अंधों सरीखा था। हमें ये तो मालूम है कि रोहित सयाने कप्तान हैं। कुछ उनकी सोच रही होगी जिसके रहते उन्होंने पहले बल्लेबाज़ी का निर्णय लिया। पर एक तरह से उनके बल्लेबाज़ों के लिये ये आत्महत्या ही थी। रोहित की कप्तानी की दो ख़ास बात लोगों को अब साफ़ नज़र आती हैं। एक तो रोहित जो अपनी टीम से करने को कहते हैं, वो पहले उस चीज़ को ख़ुद कर के दिखाते हैं। साथ ही साथ रोहित युवाओं को टीम में ख़ासी जगह देते हैं, उनको आत्मविश्वास देते हैं और ये बात सरफ़राज़ ख़ान के पिता कहते नहीं थकते हैं। पुराने इंडिया के कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि रोहित एक स्पेशल कप्तान हैं। रोहित ने इंग्लैंड को इस साल एक श्रृंखला में हराया था जब उनके पास विराट कोहली और ऋषभ पंत दोनों ही नहीं थे। कभी जसप्रित बुमराह नहीं खेल पा रहे थे तो कभी रवींद्र जडेजा और कभी केएल राहुल। फिर भी रोहित शर्मा ने वो श्रृंखला 3-1 से जीती जो एक असाधारण जीत थी। ये भी मत भूलिए जिस तरह से अभी हाल ही में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को कानपुर टेस्ट में दो दिन और दो घंटे के मैच में हराया था। और फिर T20 वर्ल्ड कप की जीत तो है ही। जीत तो 2023 का ODI वर्ल्ड कप भी जाते अगर ऑस्ट्रेलिया से फाइनल में नहीं हारते।